BHAKT KAVI – ISARDAS BARHATH (भक्त कवि इसरदास बारहठ)
Published On : August 24, 2015 भक्त कवि ईसरदास Author: Charans.org संवत पन्नर पनरमें, जनम्या ईशर दास चारण वरण चकोर में, उण दिन भयो उजास।। सर भुव सर शशि बीज भ्रगु, श्रावण सित पख वार। समय प्रात सूरा घरे ईशर भो अवतार।। भक्त कवि ईसरदास की मान्यता राजस्थान एवं गुजरात में एक महान संत के रूप में रही है | संत महात्मा कवि ईसरदास का जन्म बाडमेर राजस्थान के भादरेस गाँव में वि. सं. 1515 में हुआ था। पिता सुराजी रोहड़िया शाखा के चारण थे एवं भगवान् श्री कृष्णके परम उपासक थे। जन मानस में भक्त कवि ईसरदास का नाम बडी श्रद्घा और आस्था से लिया जाता है। इनके जन्मस्थल भादरेस में भव्य […] Click here to read full…
चारण स्वामी स्वरुपदास जी
चारण स्वामी ब्रह्मानन्द जी (स्वामीनारायण संप्रदाय)
भक्तिमति समान बाई (मत्स्य की मीरॉं)
पद्मश्री भक्त कवि दुला भाया काग
स्वामी कृष्णानन्द सरस्वती